कर्ज के बोझ से जूज रही कंपनी
Friday, May 09, 2025
एवरग्रैंड जो की एक रियल एस्टेट डेवलपर है, जिस पर 300 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का कर्ज है, यह दुनिया का सबसे बड़ा आवास संकट झेल रहा है। चाइना एवरग्रांडे ग्रुप एक चीनी संपत्ति डेवलपर है, और बिक्री के हिसाब से चीन में दूसरा सबसे बड़ा है। यह केमैन द्वीप, एक ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र में शामिल है, और इसका मुख्यालय चीन के गुआंग्डोंग प्रांत, शेन्ज़ेन के नानशान जिले में होउहाई वित्तीय केंद्र में है। इसकी स्थापना 1996 में हुई का यान द्वारा की गई थी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में आरोप है कि एवरग्रैंड, साथ ही अन्य डेवलपर्स, ओवरबिल्ट और ओवरप्रोमाइड, उन अपार्टमेंटों के लिए पैसे ले रहे थे जो बनाए नहीं गए थे और इससे सैकड़ों-हजारों घर खरीदार को अपने अपार्टमेंट का इंतजार ही करते रह गए। अब जब इनमें से दर्जनों कंपनियां डिफॉल्ट कर गई हैं, तो सरकार सख्ती से उन्हें अपार्टमेंट का काम खत्म करने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रही है, जिससे हर कोई मुश्किल स्थिति में पड़ गया है. दरसल हॉन्गकॉन्ग की एक अदालत ने कर्ज के बोझ से दबी रियल एस्टेट कंपनी एवरग्रैंड को समाप्त या बंद करने का आदेश दिया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोमवार को इस बारे में बताया है। एक्सपर्ट्स की माने तो अदालत का यह फैसला चीन के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक झटके की तरह है। रिपोर्ट्स के अनुसार एवरग्रैंड के पास नकदी दो साल पहले खत्म हो गई थी और साल 2021 में कंपनी डिफॉल्ट कर गई थी। हल्ला बोल एक्सप्रेस https://www.hallabolexpress.com/
एवरग्रैंड जो की एक रियल एस्टेट डेवलपर है, जिस पर 300 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का कर्ज है, यह दुनिया का सबसे बड़ा आवास संकट झेल रहा है।
चाइना एवरग्रांडे ग्रुप एक चीनी संपत्ति डेवलपर है, और बिक्री के हिसाब से चीन में दूसरा सबसे बड़ा है। यह केमैन द्वीप, एक ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र में शामिल है, और इसका मुख्यालय चीन के गुआंग्डोंग प्रांत, शेन्ज़ेन के नानशान जिले में होउहाई वित्तीय केंद्र में है। इसकी स्थापना 1996 में हुई का यान द्वारा की गई थी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में आरोप है कि एवरग्रैंड, साथ ही अन्य डेवलपर्स, ओवरबिल्ट और ओवरप्रोमाइड, उन अपार्टमेंटों के लिए पैसे ले रहे थे जो बनाए नहीं गए थे और इससे सैकड़ों-हजारों घर खरीदार को अपने अपार्टमेंट का इंतजार ही करते रह गए। अब जब इनमें से दर्जनों कंपनियां डिफॉल्ट कर गई हैं, तो सरकार सख्ती से उन्हें अपार्टमेंट का काम खत्म करने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रही है, जिससे हर कोई मुश्किल स्थिति में पड़ गया है.
दरसल हॉन्गकॉन्ग की एक अदालत ने कर्ज के बोझ से दबी रियल एस्टेट कंपनी एवरग्रैंड को समाप्त या बंद करने का आदेश दिया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोमवार को इस बारे में बताया है। एक्सपर्ट्स की माने तो अदालत का यह फैसला चीन के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक झटके की तरह है। रिपोर्ट्स के अनुसार एवरग्रैंड के पास नकदी दो साल पहले खत्म हो गई थी और साल 2021 में कंपनी डिफॉल्ट कर गई थी।
हल्ला बोल एक्सप्रेस https://www.hallabolexpress.com/
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